भोपाल ( कशिश मालवीय ) मप्र टीकमगढ़ जिले में क्राइम ब्रांच ने संचालित दो अवैध हथियार कारखानों का कसा शिकंजा , क्रषि उपकरण निर्माण और मरम्मत की आड़ में यहां लेथ मशीन से पिस्टल बनाई जाती थी | इनकी सप्लाई ज़्यादातर उत्तरप्रदेश में होती थी , कच्चा माल भी वहीं से लाया जाता था | करीब 40 साल से ये कारखाने सक्रिय थे और अब तक हजारों पिस्टल बेच चुके थे |
कार्यवाही ग्राम चंदेरी थाना कुड़ीला स्थित एक घर और रामगढ़ थाना जतारा स्थित वेयरहाउस पर की गई | जांच में सामने आया कि एक ही परिवार की तीन पीढ़िया इस गैरकानूनी धंधे में जुड़ी रहीं |
एडिशनल डीसीपी चौहान के अनुसार , सुरेन्द्र का परिवार तीसरी पीढ़ी से अवैध हथियार निर्माण में लगा हुआ है | पिता आनंदी विश्वकर्मा ने करीब 40 साल पहले अपने रिश्तेदार राजाराम से यह काम सीखा था | राजाराम की मौत के बाद उसने खुद हथियार बनाने शुरू कर दिए |
लेथ मशीनें , वेल्डिंग मशीनें , घिसाई और कटाई की मशीनें , 01 देसी पिस्टल , 03 आधी बनीहुई देसी पिस्टल , बैरल लोहे के फ्रेम , कारतूस , मैगजीन , पिस्टल की पत्ती , दो जिंदा राउंड , ब्लेंडर मोटर , लोहे की पाइप , ब्लेंडर मशीन ग्रिल मशीन , ड्रिल मशीन घोड़ा ट्रिगर समेत अन्य कलपुर्ज़े , कच्चा समान जब्त किया गया है |
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि वाहन और अवैध हथियार गैंग से जुड़े अपराधी निशातपुरा क्षेत्र में रहे हैं दबिश देकर तीन संदिग्ध पकड़े गए , जिनके पास से चोरी की गड़ियां बरामद हुईं | पूछताछ में आरोपियों ने मुख्तार खान का नाम बताया | उसके पास से क्वालिटी पिस्टल बरामद हुई | सख्ती पर उसने बताया कि उसने हथियार टीकमगढ़ निवासी सुरेन्द्र विश्वकर्मा से 32 हजार रुपए में खरीदा था | इसके बाद एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान के नजर में क्राइम ब्रांच टीम ने चंदेरी और रामगढ़ में दबिश दी | यहां अधिक संख्या में पिस्टल बनाने की समाग्री , लेथ मशीन और अन्य उपकरण जब्त किए गए | सुरेन्द्र , उसके पिता आनंदी विश्वकर्मा सहित चार लोगों को हिरासत में लिया |
आरोपियों में झाँसी निवासी मुख्तार खान , सुरेंद्र विश्वकर्मा , आनंदी विश्वकर्मा , मुमताज अली और इंदौर निवासी सैफ अली उर्फ रिंकू शामिल हैं | पुलिस नरेंद्र कुशवाहा सहित अन्य 5-6 आरोपियों की तलाश कर रही है |