“ अबे ! ए… जा कहाँ रहा है | माल निकाल | ” बिस्तर पर पड़े अपने कपड़े पहनते हुए वह बोली | आज तक पुलिसवाले से पैसे माँगने की किसी की हिम्मत नहीं हुई थी | “ तू जानती नहीं है मुझे ! “ वह लाल आँखें …
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