दतिया जिले के गोंदन थाने में पदस्थ एएसआई प्रमोद पावन 50 ने सोमवार – मंगलवार की दरम्यानी रात थाना परिसर स्थिर सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | इससे पहले रात 2 बजे के आस – पास उनहोंने कुछ वीडियो बनाकर अपने बेटे धीरेंद्र और छोटे भाई अनुरोध पावन को व्हात्सप्प पर भेजे | इसमें उन्होंने खुद के लिए गोंदन थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया , पूर्व प्रभारी अनफासुल हसन वर्तमान थरेट थाना प्रभारी आरक्षक रिपनारायण यादव और रेट माफिया बबलू यादय को जिम्मेदार बताया | एएसआई ने विडियो में कहा कि वे जब अवैध रेट परिवहन और जुए पर कार्रवाई करते थे तो थाना प्रभारी उन्हें बबलू यादव से जान से मरवाने कि धमकी देता था | चारों पर आरोप लगते हुए उन्होंने कहा अब मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा.. जांच नहीं हुई तो मैं मर जाऊंगा | एएसआई ने वीडियो के साथ कुछ पत्र भी भेजे जिसमें भेंस चोरी कि जांच और उनके खिलाफ एसडीओ को कि गई शिकायत का स्पष्टीकरण शामिल था | इन पत्रों में भी उन्होंने इन्हीं लोगों से जान का खतरा बताया |
सुबह बेटे धीरेन्द्र ने देखा वीडियो करीब 5 बजे के आस – पास जैसे ही मोबाइल चालू किया कुछ वीडियो और पत्र देखे | उसने तुरंत पिता को कॉल किया पर संपर्क नहीं हुआ | इसके बाद चाचा अनुरोध को कॉल कर पूरी बात बताई | अनुरोध ने एक परिचित को सरकारी क्वार्टर भेजा जहां प्रमोद फंदे से लटके मिले |
इस मामले मे थाना प्रभारी और एक आरशक को लाइन अट्रैच कर दिया गया है।, जांच डीएसपी करेंगे एमपी सूरज कुमार ने लोकजंग को बताया दरवाजा अंदर से बंद था | प्रथम द्रष्टया फांसी का मामला है एएसआई ने जिनके नाम लिए हैं उनकी जांच डीएसपी अजाक को दी गई है | जांच प्रभावित ना हो इसलिए थाना प्रभारी और आरक्षक को लाइन अट्रैच कर दिया है | एमपी ने यह भी कहा कि जो पत्र भेजा गया है , संभवत: वह स्थापना शाखा को सौंपा गया होगा |