भोपाल ( कशिश मालवीय)शहर के 9 इलाकों 21 कॉलोनियां और गोविंदपुरा के 8 कारखाने 132 केवी क्षमता की एक्सट्रा हाईटेंशन लाइन के खतरे में हैं | मप्र पवार ट्रांसमिशन कंपनी ने इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है | ऐसे 884 लोगों को 15 दिन में हटाने के लिए नोटिस दिए गए हैं | कंपनी ने हाईटेंशन लाइन के आसपास के इलाकों में , यहां कॉलोनियां और प्लॉट काटे जा रहे हें , उनका भी सर्वे शुरू कर दिया है | कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि गोविंदपुरा औद्द्योगिक क्षेत्र नारियलखेड़ा , भानपुर देवकी नगर , करोंद , बैरागड़ आनंद नगर जैन कॉलोनी इलाकों में स्थिति गंभीर हैं |
कंपनी ने अवैद निर्माणों के खिलाफ 884 नोटिस जारी किए हैं | कंपनी के चीफ इंजीनियर डी. के. अग्रवाल ने बताया कि अब जिला प्रशासन की मदद से अभियान चलाने की योजना बनाई
इन लाइनों के आसपास के इलाके सबसे संवेदशील 132 केवी भोपाल बैरागड़ से लालघाटी लाइन 132 केवी भोपाल आईटी पार्क लाइन और 132 केवी भोपाल अमरावदखुर्द लाइन के नीचे सबसे अधिक अवैध निर्माण हुए है | इन क्षेत्रों में सुरक्षा दूरी सबसे कम है | ट्रांसमिशन लाइन के नीचे बने मकान और प्लॉट न केवल नियमों का उल्लंघन हैं , बल्कि लोगों की जान को भी खतरे में डाल रहें हें अब सख्त कार्रवाई जरूरी हो गई है |
ट्रांसमिशन लाइन के प्रतिबंधित क्षेत्र में निर्माण के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं | 132 केवी बैरागड़ – गोविंदपुरा लाइन के नीचे निर्माण करते समय कुछ कोग गंभीर रूप से घायल हो चुके है | इन इलाकों में लोगों को यह कहकर प्लॉट बेचे जा रहे हैं की हाईटेंशन लाइन जल्द शिफ्ट हो जाएगी या उसे निष्क्रिय घोषित कर दिया जाएगा | ऐसे इलाकों का सर्वे शुरू हो चुका है |
एमपी ट्रांसकों ने मुनादी कर लोगों को सतर्क किया है | अधिकारी और कर्मचारी व्यक्तिगत तौर पर भी कई बार समझाइश दे चुके हैं | इसके बावजूद निर्माण जारी हैं |