भोपाल ( कशिश मालवीय) राजीव गंधी प्रौधोगिकी विश्वविधालय के यूआईटी भोपाल के कम्प्युटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसई) विभाग में चल रहे अनुशासनहीनता के मामले को लेकर गुरुवार को कार्यपरिषद (ईसी) की आपातकालीन बैठक हुई | दो घंटे से ज्यादा चली बैठक में बताया गया कि एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनीष अहिरवार और डॉ. उदय चौरसिया पर परीक्षा मूल्यांकन में पक्षपात , सहकर्मियों से दुवयवहार और प्रशासनिक कार्यों में बाधा डालने के आरोप हैं | यूआईटी डाइरेक्टर प्रो. सुधीर सिंह भदौरिया ने बताया कि उन्होंने विवि प्रशासन को बार – बार जानकारी दी , जांच कराई । लेकिन दोनों प्रोफेसर जांच अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए | दो अलग – अलग न्यायिक जांच में भी वे दोषी पाए गए हैं | ईसी सदस्यों ने इसे गंभीर और छात्रों की पढ़ाई को प्रभावित करने का सुझाव दिया , लेकिन विभागीय जांच पर सहमित बनी | तब तक अहिरवार को यूआईटी झाबुआ और चौरसिया को यूआईटी शिवपुरी तबादला किए गया | दोनों एचओडी रह चुके हैं |
प्रो। त्रिपाठी व डॉ. जैन जांच अधिकारी नियुक्त जांच अधिकारी के रूप एन आई टी टी टी आर के डाइरेक्टर प्रो। सीसी त्रिपाठी और मैनिट के डीन डॉ. शैलेंद्र जैन को नियुक्त किया गया है | यूआईटी के प्रो. डॉ. विनय थापन और डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. सुबोध पाण्डेय प्रस्तुतकर्ता अधिकारी होंगे | अध्यक्षता कुलपति प्रो. राजीव त्रिपाठी ने की | रजिस्ट्रार डॉ. मोहन सेन, डॉ. संजय दीक्षित और संगीता चौहान उपस्थित रहे |