गुना ,बमोरी क्षेत्र में वन भूमि को लेकर भील और भिलाला समुदाय में पिछले दो – दिन से छिकारी – चाकरी में विवाद था , दोनों ओर से सभाएं की जा रही थीं | विवाद में समझौता करने के बाद भील और भिलाला समुदाय के करीबन 400 लोग आपस में भीड़ गए | छिकारी के भिलाला और चाकरी के भीलों के बीच काफी देर तक गोफन , तीर और पत्थर चले इसमें गंगाराम भील की तीर लागने के दौरान मौत हो गई | और दर्जनों लोग घायल हुए हैं | मौत की खबर फैलते ही तनाव और भड़क गया | रात तक स्थिति यह बनी कि पुलिस और प्रशासन दोनों में से किसी गांव में अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका म्रतक के शव को भी गांव के बाहर नहीं लाया जा सका रात तक बड़ा संघर्ष होने की चिंता बनी रही |
कल दोनों पक्षों की विवादित स्थल आरएफ 556 पर एक पंचायत बुलाई गई और फॉरेस्ट एसडीओ , पुलिस थाना प्रभारी , राजस्व के अधिकारियों की टीम पहुंची और सुलह कराने का प्रयास किया | दोनों पक्षों ने समझौते को लेकर सहमति दे दी और पंचायत भी तैयार कर लिया गया | इस दौरान खेतों में छिपे कुछ लोगों ने अचानक से पत्थरबाजी कर दिया | पत्थरबाजी होते ही दोनों पक्ष के लोग इसमें शामिल हो गए और गोफन और तीरों से एक – दूसरे पर हमला कर दिया | अधिकारी किसी तरह भागकर वहां से बचे | दोनों ओर से इतने लोग विवाद में शामिल थे कि पुलिस भी एक किमी दूर से तीर – गोफन चलते हुए देखने को मजबूर रही |
दोनों गांव के बीच एक हजार बीघा से ज्यादा वन भूमि है जिस पर दोनों पक्ष कब्जा करना चाहते हैं | तीन साल से ये विवाद है वर्ष 2023 में भीलों की ओर से कब्जा करने का प्रयास किया गया , लेकिन प्रशासन ने इसे रोक लिया | इसके बाद भिलालाओं ने कब्जा करने का प्रयास क्कीय जो भीलों को पसंद नहीं आया तीन – चार दिन से फिर तनाव बढ़ने लगा था | इसे लेकर ही अधिकारी समझौता कराने गए थे |
सूत्रों की मानें देर यह सूचना भी सामने आई कि भील पक्ष ने छिकारी गांव को घेराना शुरू कर दिया | वहीं पुलिस का कहना है कि दोनों पक्ष अपने – अपने गांव में हैं | पुलिस और प्रशासन ने थोड़ी दूरी बाद बिशनवाड़ा पर डेरा डाला | रात में पुलिस की एक गाड़ी शव लेने के लिए भेजी गई वहीं भील समुदाय के लोग गांव में शव को सड़क पर रखकर बैठे हुए थे | वे पीएम के लिए तैयार नहीं थे |