भोपाल ( कशिश मालवीय ) राजधानी में गरीब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सपना पूरा होते नहीं दिख रहा है | नगर नियम ने जोन स्तर पर महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए अलग – अलग पॉइंट हॉकर्स कॉर्नर खोलने की योजना बनाई | 2016 में निगम ने तीन जगहों पर 25-25 लाख रूपए खर्च कर हॉकर्स कॉर्नर बनाए थे | लेकिन 9 साल बाद भी इन्हें अलॉट नहीं किया गया | वहीं , हॉकर्स कॉर्नर से मीटर दूर ही महिलाएं सड़क पर दुकाने लगाने को मजबूर हैं |
लोकजंग टीम ने पड़ताल की तो पता चला कि क्षेत्रीय नेता अपने – अपने क्षेत्र कि महिलाओं को हॉकर्स कॉर्नर देना चाहते हैं | नेताओं में समन्वय नहीं होने के कारण हॉकर्स कॉर्नर का आवंटन अटका हुआ है | महिलाएं सड़कों पर दुकान लगा रही हैं , ऐसे में सड़कों पर जाम लगता हैं महिलाओं का कहना है कि उन्होंने कई बार निगम में आवेदन किया , लेकिन अफसर अनसुना कर देते हैं | अब हॉकर्स कॉर्नर खराब भी होने लगे हैं | हजारों रूपए खर्च इनकी मरम्मत करानी पड़ेगी | इधर , अफसर कह रहे हैं कि हॉकर्स कॉर्नर अलॉट किए गए लेकिन किसी ने दुकान नहीं खोली | इसलिए आवेदन कैंसिल किए | वार्ड – 46 के पार्षद योगेंद्र गुड्डू चौहान का कहना है कि सोन चिरैया हॉकर्स कॉर्नर महिलाओं को देने के लिए बनाया गया था | लेकिन क्षेत्रीय नेताओं में विवादों के कारण आज तक यहां महिलाओं के लिए दुकानों का आंवटन नहीं हो पाया | अब योजना बनाकर सभी अफसर और नेताओं की सहमति से यहां स्व – सहायता समूहों को व्यवसाय करने की अनुमति दी जाएगी |
नूतन कॉलेज के सामने सोन चिरैया हॉकर्स कॉर्नर को 25 लाख रुपए खर्च 2016 में बनाया गया | 100 महिलाओं को दुकानें देकर रोजगार से जोड़ा था | अफसरों की लापरवाही से वीरान पड़ा है | जबकि कई मीटर दूर सड़कों पर महिलाएं ठेले लगा रहीं हैं | एमपी नगर में स्मार्ट स्ट्रीट के नाम से 25 लाख में महिलाओं के लिए हॉकर्स कॉर्नर बनाया गया यहां भी करीब 100 महिलाओं को ठेले लगाने की व्यवस्था की जानी थी लेकिन आंवटन न होने से यह पॉइंट भी बदहाल हो रहा है और महिलाएं सड़क पर ठेले लगा रहीं हैं | फिरदौस पार्क के पास भी नगर निगम ओर से महिलाओं के लिए हॉकर्स कॉर्नर खोला गया था | यहां पर भी करीब 50 महिलाओं को दुकानें अलॉट कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की योजना थी , लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से अभी तक यह खाली पड़ा हुआ है |
महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए बनाए गए हॉकर्स कॉर्नरों को कुछ समय पहले महिलाओं को अलॉट किया गया था लेकिन किसी भी महिला ने यहां दुकान नहीं लगाई | इस वजह से वह खाली पड़े हैं | अब फिर से हॉकर्स कॉर्नरों का आवंटन करने की तैयारी की जा रही है | जल्द प्रक्रिया पूरी कर हॉकर्स कॉर्नर संचालित किए जाएंगे | हरेन्द्र नारायण , निगम आतुक्त भोपाल
महिलाओं को रोजगार से जोड़ना हमारी पहली प्रथामिकता है | हमने हॉकर्स कॉर्नर का आंवटन करने के लिए महिलाओं से आवेदन मंगाए थे| लेकिन आवेदन ही नहीं आए | ऐसे में अब हम इन्हें महिलाओं को अलॉट नहीं करेंगे | अब हॉकर्स कॉर्नर स्व – सहायता समूहों को साप्ताहिक मेला लगाने के लिए दिए जाएंगे | मालती राय , महापौर , नगर निगम