भोपाल ( कशिश मालवीय )राजधानी में सड़क हादसों और उनमें होने वाली मौतों का आंकड़ा हर साल चिंता बढ़ा रहा है , कुछ मौतों में 70 % मौतें केवल दोपहिया वाहन चालकों की हैं | इनमे बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों की संख्या अधिक है , पिछले साढ़े चार साल ( जनवरी 2021 से 30 जून 2025 ) के आंकड़े चौंकने वाले हैं | इस अवधि में कुल 912 मौतें सड़क हादसों में हुईं , इनमें 643 म्रतक दोपहिया वाहन चालक थे | इनमें भी 543 ऐसे वाहन चालकों की मौत हुईं जो बिना हेलमेट वाहन चला रहे थे , सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों का ग्राफ कम करने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं | मौतों का ग्राफ 50 % तक कम करने के निर्देश हैं | इसके लिए सुप्रीम कोर्ट की नजर में एक टीम भी काम कर रही है , इसके बात भी हालत सुधरती नज़र नहीं आ रही है | ट्रैफिक पुलिस अधिकरियों का कहना है कि तेज स्पीड नियमों की अनदेखी और गलत साइड ड्राइविंग इन हादसों के पीछे का बड़ा कारण हैं साथ ही ज़्यादातर मामलों में दोपहिया वाहन सवारों का हेलमेट न पहनना और चारपहिया वाहन चालकों का सीट बेल्ट का न उपयोग करना भी जानलेवा साबित हो रहा है | पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि पिछले साढ़े चार साल में लगभग 912 मौतों में 643 दोपहिया सवार हैं , जिनका आंकड़ा कुल मौतों का 70.5 प्रतिशत है और चारपहिया वाहन चालकों की 126 मौतें हैं | जो कुल मौतों का आंकड़ा 13.81 इस साल 30 जून तक 1464 हादसे हुए , इनमें 131 लोगों की मौत हुई | अप्रैल में सबसे अधिक 29 और जनवरी में 28 लोगों की मौत हुई | जनवरी ( 267 ) और अप्रैल ( 258 ) सबसे अधिक हादसे वाले महीने रहे , वहीं जून में 221 हादसों में 17 लोगों की मौत हुई |
पुलिस का दावा है कि आने वाले महीनो में मुख्य चौराहों पर हाई – टेक कैमरे , ओवर स्पीड डीटेक्शन सिस्टम और नियम तोड़ने वालों पर तुरंत चालान जैसे सख्त कार्रवाई की जाएगी | बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा |