भोपाल : 06/02/2025 : तीन पुलिसकर्मियों द्वारा मेडिकल बिल के फर्जी भुगतान का मामला उजागर हुआ है | पुलिसकर्मियों ने कभी खुद को तो कभी परिवार के सदस्यों को बीमार बताकर करीब 76 लाख रु. का फर्जी भुगतान अपने बैंक खातों में कराया है | जब इस बात की खबर लेखा शाखा के अफसरों को संचालक ट्रेजरी की ओर से पाए एक पत्र के जरिए लगी तो पता चला कि इन तीनों के नाम पर औसत से ज़्यादा भुगतान हुआ है | संचालक ट्रेजरी से मिले पत्र के बाद शाखा स्तर पर एक गोपनीय जांच कराई गई, जांच से पहले तीनों को लेखा शाखा से हटा दिया गया था | जांच में सूबेदार नीरज कुमार, एसआई हरिहर सोनी और एएसआई हर्ष वानखेड़े आरोपी पाए गए | इस आधार पर तीनों को बीती 8 जनवरी को निलंबित कर दिया गया | आरोपी गंभीर बीमारियों के लिए जरूरी प्रो-लॉन्ग सर्टिफिकेट बनवाकर ये गड़बड़ी कर रहे थे | ये सर्टिफिकेट सिविल सर्जन से लिया जाता है | जांच दल ने जब सिविल सर्जन से पता किया तो सामने आया कि उन्होने सिर्फ दो सर्टिफिकेट ही जारी किए हैं, इसलिए अंदाजा है कि तीनों आरोपियों के द्वारा भुगतान के लिए लगाए गए अन्य सभी सर्टिफिकेट भी फर्जी हैं | 2022-23 और 24 में हर्ष के खाते में करीब 35 लाख रु. हरिहर के खाते में करीब 24 लाख और नीरज के खाते में करीब 17 लाख रु. का भुगतान हुआ है | पुलिस मुख्यालय से जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद जहांगीराबाद पुलिस ने फौरन तीनों आरोपियों को थाने बुलाया | पुलिस ने एफआईआर के दौरान तीनों से पूछताछ भी की, तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है | तीनों को धोखाधड़ी की धाराओं में आरोपी बनाया गया है |
Home / अपराध / बीमारी का बहाना बनाकर 76 लाख के मेडिकल बिल का फर्जी भुगतान लेने वाले तीन पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज |
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