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विवाह सम्मेलन में भोजन की व्यवस्था पर उठे सवाल समारोह में शामिल जोड़ों व परिजनों को खाने के लिए भटकना पड़ा |


भोपाल : 06/02/2025 : भैंसाखेड़ी कृषि मंडी में 3 फरवरी को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत होने वाले विवाह सम्मेलन में प्रशासन ने 9 लाख रु. से अधिक राशि लगाकर विवाह तो संपन्न करा दिया लेकिन यहाँ आने वाले वर वधू और उनके परिजनों के लिए भोजन की उचित व्यवस्था करने में नाकाम साबित हो गया है | यहां आए जोड़े व उनके परिजनों को भरपेट खाना तक नसीब नहीं हुआ खाने के नाम पर उन्हें महज दो पूड़ी थोड़ी सब्जी और मुट्ठी भर बूंदी परोसी गईं | किसी किसी को तो एक ही पूड़ी मिली जबकि प्रशासनिक अफसरों का दावा है कि यहाँ आने वाले 10 हज़ार से अधिक मेहमानों के लिए सात तरह के पकवान बनवाए गए थे, जबकि कैटरिंग वालों का कहना है कि हमें सिर्फ 5 हज़ार मेहमानों के लिए पूड़ी सब्जी व बूंदी बनाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी | विवाह सम्मेलन में सबसे ज़्यादा परेशानी दूर दराज से आए लोगों को हुई खाना न मिलने पर सभी खाने के लिए परेशान होते रहे विवाह कार्यक्रम दोपहर 12 बजे खत्म हो गया था इसके बाद भी खाने के लिए 1 बजे तक इंतज़ार कराया गया और खाना भी भरपेट नहीं मिला | कई लोगों को तो बिना भोजन करे ही लौटना पड़ा | शाम के समय बचा हुआ खाना नालियों में बहाया गया | कैटरिंग वालों से जब पूछा गया तो उन्होने कहा कि हमने तो 5 हज़ार मेहमानों का ऑर्डर लिया था जबकि उससे अधिक लोगों को खाना खिलाया गया है | जब कैटरिंग के ठेकेदार मुकेश प्रजापति से खाने के आइटम का पूछा तो उन्होने कहा पूड़ी सब्जी और बूंदी | मुकेश ने यह भी कहा कि खाना तो सुबह 10 बजे ही तैयार हो गया था, लेकिन अफसरों ने ही एक बजे खाना देने को कहा था | खाना नाली में फेंकने के सवाल पर मुकेश ने कहा कि हमने मांग से अधिक खाना बनाया था बच गया तो फेंकना पड़ा | इधर, सामूहिक विवाह के प्रभारी जनपद सीईओ शंकर पासे का कहना है कि हमने 10 हज़ार मेहमानों के लिए पापड़, सलाद, दो तरह की सब्जी सहित मीठा भी बनवाया था | जबकि हकीकत में तो इतने सारे आइटम खाने में दिए ही नहीं गए | जब पासे से टेंडर के बारे में पूछा गया तो उन्होने अलग-अलग आइटम के हिसाब से राशि दिए जाने की बात बताई, लेकिन टेंडर कितने का था इसकी जानकारी देने को कहा तो उन्होने फोन काट दिया | इसका मतलब तो यही हुआ कि अफसरों ने कागजों में ही मेहमानों को सात तरह के पकवान खिला दिए इतने पकवानों के लिए ली गई राशि और महज सब्जी पूड़ी बूंदी वो भी आधे अधूरे मेहमानों को टिपाकर अफसरों ने खानापूर्ति कर ली |

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