भोपाल ( कशिश मालवीय ) राजधानी में पुलिस की नाक के नीचे नशीले मेफेड्रोन ड्रग्स का जाल फैल रहा है | अब जगदीशपुरा में 92 करोड़ की मेफेड्रोन फैक्ट्री पकड़ी गई है | शनिवार देर रात राजस्व खुफिया निदेशालय ( डीआरआई ) ने बैरसिया रोड स्थिर जगदीशपुरा ( इसलामनगर ) में छापा मारा | यहां से 60.20 किलो तरल मेफेड्रोन और 541 किलो से ज्यादा कच्चा माल जब्त किया गया | इसका मूल्य करीब 92 करोड़ रूपए है | मौके से ड्रग्स बनाने वाला केमिस्ट और उसका एक साथी पकड़ा गया , डीआरआई ने इस नेटवर्क से जुड़े मुंबई के दो यूपी व सूरत से एक – एक आरोपी को गिरफ्तार किया कुल 7 गिरफ्तारियों हुई हैं |
जांच में खुलासा हुआ कि संचालन विदेश से बैठे मास्टरमाइंड के इशारे पर हो रहा था | कार्रवाई में जो 541 किलो कच्चा माल मिला है , उसमें मेथिलीन डाइक्लोराइट , एसीटोन , हाइड्रोक्लोरिक एसिड , मोनोमेथिलमाइन और 2 – ब्रोमो शामिल थे | ये वही रसायन हैं , जिनसे एमडी ड्रग्स बनाता है |
इस अवैध ड्रग्स फैक्ट्री में 1 अगस्त को अस्थायी घरेलू मीटर लगाया गया था | तस्दीक बिजली विभाग से ली गई फाइल से हुई , रज्जाक खान ( 39 ) ने 16 जुलाई को ग्राम जगदीशपुरा में 622 वर्गफीट का प्लॉट 13.50 लाख रूपए में जहांगीराबाद निवासी
सबिहा खान से इस प्लॉट को खरीदने का एग्रीमेंट किया था , इस प्लॉट के आसपास सभी प्लॉट खाली हैं | रज्जाक ग्राम दाउद बासौदा जिला विदिशा का है , 16 जुलाई रज्जाक ने एक लाख रु. दिए थे | बाकी रकम 19 सितंबर तक देना तय हुआ था |
डीआरआई के मुताबिक , यह फैक्ट्री जुलाई से चालू थी | बड़े पैमाने पर केमिकल्स मुंबई से आते थे और रुपए हवाला से सूरत भेजे जाते थे | फैक्ट्री को चारों ओर से लोहे की टीन से ढंक दिया गया था , अंदर मिक्सर , प्रोसेसिंग यूनिट और हाई – टेम्परेचर मशीनें लगाई थीं | सवाल यह है कि इतने महीनों तक रसायनों की ढुधाई , मशीनों की सेटिंग और करोड़ों का लेनदेन चलता रहा | नेटवर्क का खुलासा तब हुआ जब डीआरआई ने यूपी के बस्ती से एक सप्लायर पकड़ा , उसने बताया कि व मुंबई की भिवंडी से भोपाल तक केमिकल सप्लाई करता था | उसकी निशानदेही पर मुंबई से दो और आरोपी पकड़े गए , इस फैक्ट्री को चलाने के लिए रूपए बावला से सूरत से आते थे |