संत हिरदाराम नगर, (ममता गनवानी)
भोपाल।
सूदखोरी के जाल में फंसा एक और मासूम जिंदगी की जंग हार गया। संत हिरदाराम नगर के युवा व्यापारी लक्ष्मणदास लीलानी (40 वर्ष) ने कुख्यात सूदखोर राजन उर्फ राजेश धनवानी की ज्यादतियों से तंग आकर जहर खाकर अपनी जान दे दी।
पुलिस जांच में सामने आया है कि लीलानी ने ₹2.50 लाख 10% महीने ब्याज पर उधार लिए थे। हर महीने ₹25,000 की भारी-भरकम किस्त चुकाते-चुकाते वह कंगाल हो गया। रोज़ की गाली-गलौच, सार्वजनिक अपमान और मानसिक प्रताड़ना ने आखिरकार उसे मौत की राह पर धकेल दिया।
लीलानी को गंभीर हालत में हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिजनों की रिपोर्ट पर थाना बैरागढ़ पुलिस ने FIR नं. 0252/2025 दर्ज कर राजन धनवानी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और सार्वजनिक अपमान (धारा 296/108) में मामला दर्ज कर लिया है।
लक्ष्मणदास की मौत से पूरे नगर में मातम छा गया। एक ओर जहां परिवार उजड़ गया, पत्नी विधवा हो गई, वहीं नगरवासियों का गुस्सा सूदखोरों पर फूट पड़ा।
*नगरवासियों का कहना है कि
“सूदखोरी का यह काला धंधा शहर में खुलेआम चल रहा है। अगर समय रहते इन पर नकेल नहीं कसी गई तो न जाने कितने घर और बर्बाद होंगे।”
अब सवाल खड़ा होता है
क्या पुलिस ऐसे सूदखोरों पर सख्त कार्रवाई करेगी या फिर एक और मासूम की बलि चढ़ेगी?