भोपाल : 27/02/2025 : बीएमएचआरसी की वेबसाइट पर बड़ी गड़बड़ी सामने आई है, दरअसल, इस वेबसाइट पर बीएमएचआरसी के प्रबंधन ने 19 फरवरी को संविदा आधार पर मेडिकल ऑफिसर, स्पेशलिस्ट ग्रेड 3, यंग प्रोफेशनल (आईटी) पद पर भर्ती के लिए समाचार पत्रों में विज्ञापन निकाला था | पात्रता, रिक्तियां और आवेदन के लिए निर्धारित प्रारूप सहित नियम व शर्तें संबंधी विस्तृत जानकारी संस्थान की वेबसाइट पर उपलब्ध होना बताया गया | जब संस्था की वेबसाइट पर आवेदकों ने विजिट किया तो उन्हें ऐसी किसी भी रिक्तियों से जुड़ी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई | हैरत की बात तो यह है कि 19 फरवरी 2025 को प्रकाशित कराए गए विज्ञापन पर तारीख 11 फरवरी 2025 लिखी हुई थी, जबकि रिक्तियों के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 20 और 21 फरवरी निर्धारित थी | विज्ञापन में भी बताया गया कि निदेशक बीएमएचआरसी भोपाल ने अपने पास बिना कोई कारण बताए पदों की संख्या बढ़ाने या घटाने या पदों को रद्द करने या फिर से विज्ञापन करने जैसे संशोधन करने का अधिकार सुरक्षित रखा है | रिक्तियों से जुड़ी अधिक जानकारी और किसी भी संशोधन शुद्धिपत्र के लिए संस्थान की वेबसाइट का अवलोकन करने के निर्देश दिए गए | जब इसकी हकीकत पता की गई तो सामने आया कि 10 से अधिक समाचार पत्रों में इसके लिए विज्ञापन जारी किए गए थे | अनुमान लगाया जा रहा है कि ऐसी गफलत बीएमएचआरसी प्रबंधन ने अपने किसी खास को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर की थी | हालांकि प्रबंधन का दावा है कि वेबसाइट पर निर्धारित तिथियों में रिक्तियों की विस्तृत जानकारी अपडेट की गई थी, जो अंतिम तारीख निकलने के बाद आर्काइव लिंक में पहुँच जाती है | इधर, 19 फरवरी को प्रकाशित तीनों पदों के विज्ञापन के बाद से आवेदक बीएमएचआरसी की वेबसाइट पर आवेदन की प्रक्रिया और उससे जुड़ी जानकारी खोजते रहे, लेकिन अंतिम तारीख तक किसी को भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई | इस संबंध में जब पड़ताल की गई तो सामने आया कि वेबसाइट के जिस रिक्रूटमेंट कॉलम के एडवरटाइजमेंट लिंक में रिक्तियों से संबंधित जानकारी अपडेट कराई जानी थी, वह तो 13 नवंबर 2024 के बाद से अपडेट ही नहीं हुआ | मतलब साफ है कि बीएमएचआरसी प्रबंधन द्वारा तीनों पदों की रिक्तियों की जानकारी पोर्टल पर निर्धारित तारीख में अपडेट कराई ही नहीं गई थी | डायरेक्टर इस संबंध में पुरी तरह अंजान नजर आईं, हालांकि उन्होने इसे चैक कराकर ऐसी स्थिति बनने का कारण पता लगाने की बात भी कही |
