नई दिल्ली,विपक्षी गठबंधन इंडिया ने कथित वोट चोरी बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्ष्ण ( एसआईआर ) में गड़बड़ियों के खिलाफ सोमवार को संसद से मार्च निकाला | कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई में निकले मार्च में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी , एनसीपी – एस चीफ शरद पवार और सपा सुप्रेमो अखिलेश यादव सहित लोकसभा व राज्यसभा के करीब 300 सांसद थे | पुलिस ने संसद मार्ग पर बैरिकेड लगाकर रोका तो सांसद सड़क पर ही बैठ गए | इस पर पुलिस सभी को हिरासत में लेकर संसद मार्ग थाने ले गई और दो घंटे बाद रिहा किया | राहुल के वोट चोरी के आरोपों के बाद विपक्ष का यह पहला साझा प्रदर्शन था | पिछले 10 साल में पहली बार विपक्ष ने ऐसा शक्ति प्रदर्शन किया , शाम को खरगे की मेजबानी में हुए डिनर में भी विपक्षी एका दिखा | गठबंधन छोड़ चुकी आप के सांसद प्रदर्शन , डिनर दिनों में रहे | कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा चुनाव आयोग चुराओ आयोग नहीं बन सकता , चार मांगे हैं – पूर्व सीईसी राजीव कुमार पर केस , वोटर लिस्ट डिजिटल हो एसआईआर पर रोक , ब्लॉक लेवल एजेंट – 2 के विवरण साझा न हों | यही ज्ञापन हम निर्वाचन आयोग को देना चाहते थे , आयोग ने वोट चोरी के दावों को तथ्यात्मक रूप से गलत बताया है | कहा बिहार में ड्राफ्ट लिस्ट पर तक किसी पार्टी ने आपत्ति नहीं की , राहुल ने कहा लड़ाई संविधान और वोट बचाने की है | हम साफ – सुथरी और सही वोटर लिस्ट चाहते हैं , वोट चोरी का मामला एक सीट का नहीं पूरे देश का है | हलफनामा मांगने पर कहा जो डेटा दिया , वह आयोग की वेबसाइट से है , मेरा नहीं | राहुल ने बताया , हमारे कैंपन से 24 घंटे में 15 लाख से ज्यादा सपोर्ट सर्टिफिकेट डाउनलोड हुए , दस लाख से ज्यादा मिस्ड कॉल आए | यह जन आंदोलन बन रहा है |
