भोपाल ( कशिश मालवीय ) भोपाल जंक्शन और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की पेड पार्किंग व्यवस्था में बड़ी खामी का खुलासा हुआ है | यहां वहां पार्क करने पर पर्ची तो दी जाती , लेकिन यदि पर्ची गुम हो जाए तो आप पैसे देकर वाहन बाहर ले जा सकते हैं | इस दौरान न गाड़ी का रजिस्ट्रेशन न कोई आईडी लिया जाता है | इसी कारण से खड़े हुए वाहन चोरी हो रहे है , यही जगहों से करीब आठ महीने में 8 वाहन चोरी भी हो चुके हैं | इसके साथ ही नुकसान होने पर पार्किंग ठेकेदार किसी प्रकार की जिम्मेदारी भी नहीं लेते हैं |
इन्हीं अव्यवस्थाओं का खुलासा करने के लिए लोकजंग टीम ने भोपाल और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पार्किंग व्यवस्था की पड़ताल करने पर सामने आया कि यहां आसानी से वाहन चोरी हो सकते है | दोनों स्टेशनों पर पेड पार्किंग के नाम पर लोगों से तो पैसों की वसूली की जा रही है , लेकिन सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं हैं | बड़ी बात यह है कि वाहन पार्क करने पर पर्ची दी जा रही है , लेकिन पर्ची गुम हो जाए तो भी बिना किसी जांच के पैसे लेकर वाहन बाहर जाने दिया जा रहा रहा है | जबकि नियम है कि पार्किंग की पर्ची गुम हो जाए तो गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर और ड्राइविंग लाइसेंस देखकर ही वाहन छोड़ना चाहिए | ऐसे में अगर कोई वाहन चोरी हो जाए तो पार्किंग एजेंसी के पास कोई ठोस रिकॉर्ड नहीं रहता , जिससे ज़िम्मेदारी तय की जा सके | इसके अलावा वाहन चोरी के बाद पुलिस एफआईआर दर्ज न करके केवल शिकायती आवेदन पर कार्रवाई करती रहती है | लंबे समय तक वाहन मालिक को चोरी हुए वाहन की एफआईआर दर्ज कराने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है | भोपाल स्टेशन पर तो ऐसे भी मामले सामने आए हैं , अब चार पहिया वाहन चालक को दो पहिया वाहन की पर्ची थमा दी जाती है | इसके आलवा पार्किंग के लिए 10 मिनट तक फ्री है , लेकिन पार्किंग कर्मचारी 10 मिनट के पहले ही वाहन निकालने पर भी पैसे लेने लगते है |
पर्ची गुम हो जाने के बाद रेलवे का प्रावधान है कि बिना आईडी कार्ड या गाड़ी के रजिस्ट्रेशन कागज चेक किए किसी भी गाड़ी को परिसर से बाहर नहीं जाने देना है इसके बाद भी ऐसा हो रहा है तो यह पर्ची चेक करने वाले गंभीर लापरवाही है ,