लखनऊ/उज्जैन/विदिशा : 25/6/2024 : कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने जो टिप्पणी राधारणी पर की है उसके खिलाफ ब्रज के साधु संतों और सेवायतों ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अगर प्रदीप मिश्रा चार दिन के अंदर माफी नहीं मांगते है तो उन्हें ब्रज की सीमा में घुसने नहीं दिया जाएगा | और उन्हें 84 कोस में कथा नहीं करने देंगे | उज्जैन में महर्षि सांदीपनि के वंशज पंडित रूपम व्यास ने कहा कि प्रदीप मिश्रा ने नाक रगड़कर माफी नहीं मांगी तो उनके आश्रम में आने और उज्जैन आने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है | विदिशा में भी सर्व समाज ने प्रदर्शन किया | दरअसल प्रदीप मिश्रा ने टिप्पणी में कहा था कि राधारानी भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी नहीं थीं | उनका विवाह छाता निवासी अनय घोष से हुआ था | बरसाना उनका गाँव नहीं है, उनके पिता बृषभानु वर्ष में एक बार यहाँ कचहरी लगाने आते थे, इसलिए इसका नाम बरसाना पड़ा | इसे लेकर ब्रजवासियों में आक्रोश है | श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने कहा, अगर कोई साधु हमारे बीच कालनेमी बनकर आया तो उससे वैसा ही व्यवहार होगा | इससे पहले प्रेमानंद महाराज ने भी मिश्रा का कड़ा विरोध किया था