भोपाल : 25/12/2024 : मप्र के 6500 गांवों में हर घर तक ‘नल से जल योजना’ अधर में लटक गई है | केंद्र पहले ही इस योजना के लिए करोड़ों रुपए दे चुका है, ऐसे में पीएचई के अफसरों ने बताया कि 27 हज़ार 150 गांवों में योजना की लागत 17,911 करोड़ रु. है | पीएचई के प्रेजेंटेशन में ट्यूबवेल सूखने का मुद्दा उठाया गया है | योजना में सभी गांवों के मजरे –टोले शामिल नहीं हो सके, क्योंकि ट्यूबवेल खोदते समय भू- जल स्तर का सही आंकलन नहीं किया गया और सर्वे में सभी मजरे-टोले शामिल नहीं थे | पानी की कमी या जल स्त्रोत गाँव से दूर होने के कारण नए नलकूप बनाने की आवश्यकता पड़ी | पुनरीक्षण योजना में 6500 गांवों के लिए 3200 करोड़ और चाहिए | इनमें से 5546 योजनाओं की डीपीआर तैयार है | पुनरीक्षण से मप्र के गांवों में रहने वाले 10 लाख परिवारों को लाभ होगा, इनमें अजा के 90 हज़ार और अजजा के 1.6 लाख परिवार शामिल हैं | पीएचई के अफसरों ने पुनरीक्षित योजना का प्रस्ताव 13 नवंबर को सीएस के सामने रखा, इसके लिए पीएचई ने 3200 करोड़ रु. का बजट मांगा था, लेकिन राज्य ने और बजट देने से मना कर दिया है | बैठक में अफसर बोले बजट का प्रबंध खुद करें |
