शाजापुर : 25/12/2024 : ग्राम पतोली निवासी यशवंत राजपूत ने कलेक्टर कार्यालय में शिकायती आवेदन देकर बताया कि वह अपनी पत्नी वंदना राजपूत को प्रसव के लिए शाजापुर के जिला अस्पताल लेकर गया था, लेकिन यहां मौजूद डॉ. लक्ष्मी जायसवाल ने जटिलता का हवाला देकर प्रसव कराने से इंकार कर दिया और वंदना को प्रसव के लिए इंदौर एमवाय रेफर करने को कहा | इसके बाद डॉ. लक्ष्मी ने इंदौर के बजाए निजी अस्पताल में ले जाने को कहा | यशवंत का आरोप है कि निजी अस्पताल में डॉ. लक्ष्मी ने प्रसव के नाम पर 40 हज़ार रु. वसूले | डॉ. लक्ष्मी ने महिला का प्रसव किया उसके बाद गर्भाशय की सफाई किए बिना ही उसे टांके लगाकर बंद कर दिया गया | जिस कारण वंदना के शरीर में इन्फेक्शन फैल गया और उसकी हालत बिगड़ने लगी तो तुरंत डॉ. लक्ष्मी ने महिला को इंदौर रैफर कर दिया | डॉक्टर की लापरवाही से महिला की जान पर बन आई और करीब 15 दिन तक वह इंदौर हॉस्पिटल में भर्ती रही | यशवंत ने डॉ. लक्ष्मी पर कार्यवाही की मांग की है | गौरतलब है कि इससे पहले भी डॉ. लक्ष्मी जायसवाल पर गर्भवती महिलाओं की जान से खिलवाड़ करने के आरोप लग चुके हैं, और मामले में लिखित शिकायतें होने के बावजूद भी डॉ. लक्ष्मी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई | लगातार डॉ. लक्ष्मी जायसवाल के द्वारा निरंतर गर्भवती महिलाओं की जान से खिलवाड़ करने और उनके निजी अस्पताल भेजकर रुपए लेने के मामले सामने आ रहे हैं | लक्ष्मी जायसवाल सरकारी अस्पताल में नौकरी के दौरान सरकार से मोटी रकम वेतन के रूप में लेने के बावजूद भी चंद रुपयों की लालच में महिलाओं की जान के साथ खिलवाड़ कर रही हैं | डॉ. लक्ष्मी जायसवाल पर जल्द से जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो न जाने और कितनी महिलाओं की जान खतरे में पड़ जाएगी |
