भोपाल ( कशिश मालवीय ) मध्यप्रदेश राजधानी में लगातार हर दिन सुर्खियों में स्वास्थ्य तंत्र नए – नए मामले सामने आ रहे है | सरकार के नियम को ताख पर रखकर कर रहे मनमानी फर्जी झोलछाप डॉक्टरों को थोक मेडिकल विक्रेताओं से बड़ी आसानी से मिल रही दवाएं इसी कारण कार्रवाई के बाद भी झोलछाप डॉक्टरों की जेब गरम हो रही है | नयापुरा स्थित एक मेडिकल के मालिक से फर्जी डॉक्टर बनकर बात की तो वह पुराने भोपाल के दवा बाजार से भी 2 प्रतिशत कम कीमत पर क्लीनिक पर ही दवाएं उपलब्ध कराने को तैयार हो गया स्टिंग में खुलासा हुआ कि कई थोक मेडिकल स्टोर बिना डॉक्टर की वैध डिग्री या रजिस्ट्रेशन देखे ही दवाओं की थोक बिक्री कर रहे हैं | कई जगहों पर तो ऑर्डर वॉट्सएप के जरिए लिया जाता है और बिना किसी बिलिंग रिकॉर्ड के दवाएं पैक कर दी जाती हैं | छोटें कस्बों तक दवाओं की सप्लाई का पूरा नेटवर्क इन्हीं थोक विक्रेताओं से जुड़ा हुआ है | कजलीखेड़ा , बैरसिया , मंडीदीप और रायसेन रोड पर सक्रिय झोलछाप डॉक्टरों को नियमित रूप से दवाएं मिल रही हैं | यह सब खुले आम बेधड़क से स्वास्थ्य विभाग की आंखों के सामने हो रहा है |
सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा का कहना है कि थोक मेडिकल स्टोर भी फर्जी डॉक्टर के नाम पर दवाएं बेच रहे हैं , तो गंभीर बात है , वे ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देश देकर संबंधित मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई करने को कहेंगे।
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