भोपाल : 28/12/2024 : जितेंद्र सेंगर जो इंदौर में फार्मा कंपनी में काम करते हैं, उन्होने बताया कि वे छुट्टी पर अपने भाई के घर सतनामी नगर भोपाल आए थे | भाई ने नई कार खरीदी थी, जिससे वे परिवार सहित बोट क्लब घूमने गए थे | बोट क्लब पर तहसीलदार आशुतोष त्रिपाठी की कार रॉन्ग साइड खड़ी थी जिसमें गलती से टक्कर लग गई | इसके बाद तहसीलदार का गुस्सा इस कदर फूटा कि वे अपने साले के साथ आधी रात को परिवार को धमकाने पहुंचे | पीड़ित परिवार का कहना है कि रात करीब डेढ़ बजे 10 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ एक युवक घर पहुंचा, उसने खुद को तहसीलदार का साला बताया और धमकाते हुए कहा कि अगर गाड़ी ठीक नहीं कराई तो भोपाल में रहने नहीं देंगे | अगले दिन तहसीलदार खुद अपने साले के साथ परिवार के घर आए और 4.22 लाख रु. की मांग करने लगे | परिवार ने आरोप लगाया कि तहसीलदार ने घर की महिला सदस्य के साथ बदसलूकी की और अपशब्द कहे | उन्होने 4.22 लाख रु. की मांग की जबकि परिवार ने इंश्योरेंस से मरम्मत कराने की बात कही | लेकिन तहसीलदार और उनके साले ने रकम देने पर ज़ोर दिया | वहीं आशुतोष त्रिपाठी का कहना है कि मेरी गाड़ी में टक्कर मारी गई है, परिवार ने गाड़ी ठीक कराने का वादा किया लेकिन बाद में वे मुकर गए | मैंने किसी के साथ बदसलूकी नहीं की और न ही कोई अपशब्द कहे | ये सभी आरोप गलत हैं मेरा नुकसान हुआ और मुझ पर ही दबाव बनाया जा रहा है | घटना के बाद मामला गरमा गया है तहसीलदार और उनके साले पर सख्त कार्यवाही मांग की गई है | पुलिस घटना की जांच कर रही है, तहसीलदार के खिलाफ कार्यवाही संभव है |