ग्वालियर : गोरमी के कृपे का पुरा गांव में आयोजित शिविर में 6 नहीं बल्कि 9 बुजुर्गों की आँखों की रोशनी चली गई | जिन 9 बुजुर्गों की आँख का ऑपरेशन हुआ है उनकी आँख में मवाद पड़ने की बात सामने आई | इन बुजुर्गों की आँख का ऑपरेशन गोविंदपुरी स्थित कालरा हॉस्पिटल के डॉ. रोहित कालरा ने किया था | तीन मरीज जिनके आँखों के पर्दे में दिक्कत बताई जा रही है उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है | जबकि 6 बुजुर्गों को जेएएच अस्पताल में भर्ती कराया है | यहां भर्ती मरीज भूरी बाई के बेटे जितेंद्र लोधी ने बताया कि वह चपरा गांव का रहने वाला है उसकी मां व बुआ की दोनों आँखों का ऑपरेशन कालरा अस्पताल में हुआ है | ऑपरेशन के दूसरे दिन जब उनकी आँखों की पट्टी खोली गई बुजुर्गों ने बताया कि उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा है | इस पर डॉक्टर ने दवा डालने का बोला कहा तीन दिन में दिखने लगेगा | 14 दिसंबर को कालरा अस्पताल गए डॉक्टर ने 9 मरीजों की जांच की, इसके बाद एक दवा लिखी जिसकी कीमत तीन हज़ार रु. थी | कहा इसे डालें हो सकता है रोशनी लौट आए | डॉक्टर से जब कहा कि ऑपरेशन तो आपने किया है फिर ऐसा क्या हुआ जिससे रोशनी चली गई तो बोले आँख खराब हो गई है इसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं | इस मामले में डॉक्टर कालरा के स्तर पर ऑपरेशन करने में लापरवाही हुई है या नहीं इसका खुलासा जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा | जीआरएमसी की लैब से कल्चर रिपोर्ट की जांच आने के बाद ही पता चलेगा कि आखिर मरीजों की आँखों में इन्फेक्शन कैसे पहुंचा |
Home / न्यूज़ / कालरा हॉस्पिटल में आँखों के ऑपरेशन के बाद 6 नहीं 9 बुजुर्गों की ज़िंदगी अंधेरे में डूबी |
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