भोपाल : 13/01/2025 : राजधानी में शासन द्वारा खेती करने के लिए मिली गई जमीन की सौदेबाजी लगातार जारी है, लोग खेती करने के बजाए जमीन को किराए पर देकर या बेचकर मुनाफा कमाने में लगे हुए हैं और जिला प्रशासन के अफसर इस बात से बेखर हैं | ऐसा ही एक मामला भानपुर क्षेत्र में देखने को मिला है | यहाँ पर ज़मीनों की खरीद फरोख्त में व्यस्त लीला किशन सूर्यवंशी और उसके भाई फूल सिंह 4 एकड़ से अधिक की सरकारी जमीन पर 10 दुकानें बनाकर हर महीने लाखों का किराया वसूल कर रहे हैं | बाकी हिस्से में जमीन बिकाऊ है का बोर्ड लगा दिया गया है | यहाँ खुलेआम सरकारी भूमि की सौदेबाजी करने वाले लीला किशन सूर्यवंशी के पिता पूर्व में इसी क्षेत्र के कोटवार थे, शासन से उन्हें खेती के लिए जमीन मिली थी | भानपुर क्षेत्र नगर-निगम सीमा में आया तो उनकी कोटवारी खत्म हो गई | जिसके बाद शासन ने उन्हें जमीन वापस करने का आदेश दिया, लेकिन जमीन पर कब्जा लगातार बना रहा | इधर प्रशासन ने भी जमीन से कब्जा हटाने के प्रयास नहीं किए, नतीजा यह हुआ कि कोटवार की मौत के बाद बेटों ने इस जमीन की सौदेबाजी शुरू कर दी | लीला का कहना है कि यह जमीन हमारे पूर्वजों की है, हम इस जमीन का केस जीत चुके हैं | इस जमीन का नामांतरण होना है उनका कहना है कि हमने यह जमीन किसी को नहीं बेची बस हमारी जमीन होने के कारण हमने दुकानें बनाकर किराए पर दी है | जबकी जमीन बेचने की खबर स्थानीय पटवारी को भी है लेकिन आज तक पटवारी ने कोई कार्यवाही नहीं की | कलेक्टर कौश्लेंद्र विक्रम सिंह को जब इस मामले की भनक लगी तो उनका कहना था कि मुझे जमीन की खरीद फरोख्त की जानकारी नहीं है अगर सरकारी जमीन की सौदेबाजी हो रही है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी |
