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देश पर सब कुछ निछावर करने वाले जवान एक दशक से नौकरी पाने की लड़ाई लड़ रहे हैं


भोपाल (कशिश मालवीय) देश पर सब कुछ निछावर करने वाले जवान एक दशक से नौकरी पाने की लड़ाई लड़ रहें है | हाई कोर्ट- सुप्रीम कोर्ट में केस जीतने के बाद भी बैंक तरह – तरह के बहाने बनाकर आज तक इनकी भर्ती नहीं कर पाया है | सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने 2012 में देशभर के क्षेत्रीय कार्यालयों में सफाई कर्मचारी व चपरासी के लिए भर्ती निकाली थी | इसी आदेश के तरह 2013 ने भोपाल स्थिर सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में कई पदों पर भर्ती निकाली गई | इसके लिए 5 हजार से अधिक आवेदन आए थे | इसमें 4000 से आधिक  लोगों का इंटरव्यू लिया गया | इसके बाद अंतिम मेरिट लिस्ट में 69 लोगों का चयन हुआ | इसमें 10 से अधिक भारतीय सेना से रिटायर्ड सैनिक भी थे | इनमें कुछ ने करगिल युध्द भी लड़ा | यूध्द के दौरान कुछ दिव्यांग भी हो गए | बैंक की ओर से इन्हें 18 अप्रैल 2013 को रिपोर्टिंग लेटर भी दिया था | लेकिन अफसरों ने भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का हवाला देते हुए , हेड ऑफिस की ओर से भर्ती रोकने के आदेश दे दिए | कई साल बाद भी भर्ती नहीं हो पाई है | ऐसे में कुछ लोग हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट चले गए | सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी यह पूर्व सैनिक नौकरी के लिए भटक रहें हैं | सेंट्रल बैंक के रीजनल ऑफिस में शुरुआती समय में सफाईकर्मी व चपरासी के लिए 2013 को 69 पदों पर भर्ती निकली गई थी | लेकिन जब बैंक के हेड ऑफिस के अधिकारियों ने जवाब – तलब किया तो क्षेत्रीय अफसरों ने कहा कि केवल 27 पद ही खाली हैं | ऐसे में बैंक के क्षेत्रीय अफसर खुद सवालों के घेरे में हैं |

सतर्कता विभाग ने जांच की तो कई गड़बड़ी नहीं मिली भोपाल स्थिर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने 69 पदों की भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत की थी | आरोप था कि कुछ बैंक कर्मचारियों ने अपने रिशतेदारों को नौकरी के लिए चयनित किया है | इसी को देखते हुए प्रबंधक ने भर्ती प्रक्रिया कुछ समय के लिए रोक दी | भर्ती प्रक्रिया कि जांच करने की ज़िम्मेदारी सतर्कता विभाग को दी गई | 11 जून 2013 में जांच रिपोर्ट के अनुसार भर्ती प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई |

पूर्व सैनिक बोले – देश की रक्षा करने वाले बेरोजगार घूम रहे

2022 में है कोर्ट ने चयनितों की भर्ती करने के आदेश दिए | अफसरों ने इस आदेश को दरकिनार कर दिया तो उम्मेदवारों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की | सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 2023 में सेंट्रल बैंक में निकली भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के आदेश दिए लेकिन अभी तक शीर्ष कोर्ट के आदेश का पालन नहीं हो पाया है | बैंक में भर्ती प्रक्रिया मे  हुई गड़बड़ी लो लेकर करगिल यूध्द में दिव्यांग हुए सैनिक सुपियार सिंह राजपूत ने कहा कि वे 12 साल से अफसरों के चक्कर काट रहे हैं|  कोर्ट के आदेश के बाद भी भर्ती नहीं कराई गई | पूर्व सैनिक अनिल भदौरिया ,रामसिंह , रमेश ने बताया कि करगिल की लड़ाई के दौरान उन्होंने देश की रक्षा की है , लेकिन अब बेरोजगार घूम रहे हैं | कोर्ट में केस जीतने के बाद भी अफसर भर्ती नहीं कर रहे हैं | वहीं असम में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यहां सभी 27 पदों पर भर्ती कर दी गई |

रीजनल मैनेजर को भर्ती प्रक्रिया की जानकारी नहीं बैंक में निकली भर्ती मामला बहुत पुराना है | सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी यदि भर्ती नहीं हो रही है तो यह सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के हेड ऑफिस का मामला है | वहीं भर्ती में पद को लेकर भी मुझे जानकारी नहीं है |     संजीव कुमार , रीजनल मैनेजर , सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया , भोपाल

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