भोपाल : 16/08/2024 : रेहड़ी लगाने वाले ग़रीबों की कमाई से हर महीने वसूली करने वाले रेहड़ी माफिया को प्रशासन का ज़रा भी डर नहीं है, ठेले वालों से वसूली करने वाले लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं करता जिसके चलते ये लोग मनमानी वसूली कर रहे हैं | रेहड़ी माफिया की सबसे ज़्यादा वसूली न्यू मार्केट से होती है, एक-एक ठेले रेहड़ी से 400 से 800 रु. तक लिए जाते हैं | यहां राजा मोजे वाले की सरपरस्ती में पूरा वसूली का खेल चल रहा है | वह खुद को स्थानीय पार्षद का खास बंदा बताता है, यहां दुकानदारों से सिर्फ कैश पैसा लिया जाता है | वसूली का हिसाब रखने के लिए गुर्गे लगे हैं, ये पूरी डायरी मेंटेन करते हैं | अवैध वसूली की लगातार शिकायतों के बाद 2022 में नगर-निगम ने तहबाजारी वसूली बंद कर दी थी, नई व्यवस्था के तहत एक साल के लिए दो बार में 500-500 करके एक हज़ार रु. चुकाने होते हैं | उस समय ही रोजाना वसूली बंद करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसे माफिया ने अवसर के रूप में लिया और बाज़ारों में वसूली शुरू कर दी ये दुकानदारों को रसीद नहीं देते हैं | महापौर मालती राय ने माफिया पर कार्यवाही का दावा किया, लेकिन निगम अफसरों ने फुर्ती नहीं दिखाई | एमपी नगर ज़ोन एक व दो में गुमठियों और ठेलों से वसूली जारी रही | ज़ोन -2 में एक ठेले लगवाने वाले रवि मस्खे के कहने पर 10 से 15 ठेले हटा दिए गए | सांठगांठ इसी से पता चलती है कि निगम के बजाय यहां माफिया के कहने पर ठेले हटाए गए | माफिया के गुर्गों का दावा है कि पार्षद से लेकर महापौर-कमिश्नर तक को हिस्सा जाता है इसलिए कोई कार्यवाही नहीं करा सकता | जब इस संबंध से महापौर मालती राय से सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि जो मेरा नाम लेगा उसे चौराहे पर जूते मारूंगी, उन्होने कहा कि मैंने सबके नाम निगम कमिश्नर को भेजकर कार्यवाही के लिए कहा है | इस संबंध में जानकारी के लिए निगम कमिश्नर से संपर्क किया गया है लेकिन उन्होने अब तक कोई जवाब नहीं दिया |
Home / नगर निगम / रेहड़ी माफिया पर कार्यवाही से पीछे हटे जिम्मेदार, माफिया के गुर्गों का दावा है कि पार्षद से लेकर महापौर कमिश्नर तक जाता है वसूली में से हिस्सा |
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