भिंड : 19/12/2024 : भिंड के एक गाँव कृपे का पुरा में संयुक्त समाजसेवी संस्था एवं निवारण हेल्थ वेल्फेयर सोसायटी ने 9 दिसंबर को नेत्र परीक्षण शिविर लगाया था जिसमें ग्वालियर के कालरा हॉस्पिटल की टीम पहुंची थी, टीम ने जांच में कुछ ग्रामीणों की आँख में मोतियाबिंद पाए जाने पर 6 बुजुर्गों की आँखों के ऑपरेशन उसी दिन कालरा हॉस्पिटल में डॉ. रोहित कालरा द्वारा किए गए | उसके बाद बुजुर्ग गाँव लौट गए थे | जब उन बुजुर्गों ने आँखें खोली तो उन्हें दिखाई देना ही बंद हो गया | उनमें से एक बुजुर्ग चिरोंजीलाल ने बताया कि दाहिनी आँख का ऑपरेशन होना था, लेकिन डॉक्टर ने बाईं आँख का ऑपरेशन कर दिया अब दोनों आँखों से दिखना बंद हो गया | चुन्नीबाई ने बताया कि जिस आँख का ऑपरेशन किया उससे कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा है, आँख में दर्द भी है | चमेलीबाई की आँख की पुतली ऑपरेशन के बाद से सफ़ेद पड़ गई दिखना बंद हो गया | अब इन सभी ग्रामीणों ने गोरमी में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी आँखों की रोशनी चली गई | ग्रामीणों ने बताया कि आयुष्मान कार्ड लिया और अंगूठा भी लगवाया | उन्होने कहा कि आँखों में परेशानी होने पर वह दोबारा हॉस्पिटल गए तो उनसे फीस लेने के बाद भी डॉक्टर ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया | उन्होने बताया कि तहसील जाने से पहले वह थाने भी गए लेकिन पुलिसवालों ने आवेदन लेने से मना कर दिया | मामला जांच में लिया गया है जांच के बाद अस्पताल पर कार्यवाही की जाएगी |
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