भोपाल : 31/12/2024 : गांधी मेडिकल कॉलेज परिसर में बने 2 हज़ार बेड के अस्पताल के निर्माण का जिम्मा क्यूब कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड बड़ोदरा को दिया गया था | जो 18 जुलाई 2022 तक पूरा कराना था, लेकिन अस्पताल निर्माण में देरी होने से चीफ इंजीनियरिंग पीआईयू ने बिल्डिंग में 247 दिन का विलंब होने पर ठेका लागत के हिसाब से 12,35 प्रतिशत के हिसाब से 47 करोड़ रु. की पेनल्टी ठोक दी, जबकि निर्णय लेने का यह अधिकार क्षेत्र अनुबंध के तहत अधीक्षण यंत्री (एसई) को था | इसलिए कोर्ट ने यह मामला खारिज कर दिया | उसने कहा कि नियमानुसार पेनल्टी नहीं लगाई गई, यह मामला शासन स्तर पर पहुंचा तो पहले तो ईएनसी (पीआईयू) ने चीफ इंजीनियर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा कि जब पेनल्टी लगाने का अधिकार आपके क्षेत्र अधिकार में नहीं था तो लगाई कैसे ? प्रदेशभर में यह सर्कुलर जारी कर दिया है कि पेनल्टी एसई लगाए न कि चीफ इंजीनियर | ईएनसी द्वारा जारी सर्कुलर और विभाग को भेजे अभिमत पर भिन्नता होने पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव रहे डीपी आहूजा ने नाराजगी जताई | इस पर प्रमुख अभियंता सड़क एवं बिल्डिंग से रिपोर्ट मांगी | हाल ही में लोक निर्माण विभाग के ईएनसी ने सरकार को जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें साफ़तौर पर कहा गया है कि चीफ इंजीनियर ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर पेनल्टी वसूले जाने का नोटिस जारी किया | और 47 करोड़ की पेनल्टी की प्रति ठेकेदार को तो दे दी लेकिन इसे न ही विभाग को भेजा और न ही एसई को बताया इसलिए वसूली का यह मामला अधर में लटक गया है |
