भोपाल : 13/02/2025 : 18 दिसंबर को मप्र विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सदन में इनकम टैक्स की रेड का मुद्दा उठाते हुए पूर्व मुख्य सचिव को भ्रष्टाचार का मास्टर माइंड बता दिया था | कहा था कि मैं जिस दिन सदन में पहली बार चुनकर आया था, तभी से आजीविका मिशन में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा रहा हूँ लेकिन सदन में कोई सुनवाई नहीं हुई | इस भ्रष्टाचार के मास्टर माइंड पूर्व मुख्य सचिव हैं, वे पिछली सरकार वालों के क्लोज थे | वहीं ईओडब्ल्यू का कहना है कि बीडीए के अफसरों ने मेसर्स हाई स्पीड मोटर्स को नए प्लाट का आवंटन बिना निविदा जारी किए ही कर दिया | यदि निविदा के जरिए प्लाट की लॉटरी की जाती तो बीडीए को अधिक लाभ होता और सरकार को कमर्शियल लैंडयूज के आधार पर स्टांप ड्यूटी मिलती | कटारे परिवार के चार सदस्य मेसर्स हाई स्पीड मोटर्स में पार्टनर हैं | उन पर कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) योजना में अवैध तरीके से प्लाट आवंटन करवाने के आरोप लगे हैं | दरअसल, बीडीए के अफसरों ने कटारे के पक्ष में गलत तरीके से आवंटन किया था | ईओडब्ल्यू ने 2015 में दर्ज हुई प्राथमिक जांच को पूरा मानते हुए करीब 10 साल बाद हर्षवर्धन नगर निवासी सीआर दत्ता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है, इसमें आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी दस्तावेजों की कूटरचना आपराधिक साजिश सहित अन्य धाराएं दर्ज की गई हैं | इसमें बीडीए के पूर्व सीईओ केपी राही और ओएसडी मनोज वर्मा को आरोपी बनाया गया है | इनके अलावा हेमंत कटारे, उनकी मां मीरा कटारे, उनके छोटे भाई योगेश कटारे योगेश की पत्नी रुचि कटारे भी आरोपी बनाए गए हैं | इधर, कटारे का कहना है कि मुझ पर और मेरे परिवार पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं, विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए इस प्रकार के झूठे प्रकरण दर्ज करवाते हैं |
