भोपाल ( कशिश मालवीय )बरखेड़ा पठानी स्थित लघु वनो प्रसंस्करण एवं अनुसंधान केंद्र में दवाइयां बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चा माल की खरीदी में भ्रष्टाचार हो रहा है | कच्चा माल गुणवत्तापूर्ण है या नहीं , इसकी जांच के लिए तैनात क्वालिटी नियंत्रक संजय शर्मा यह खेल कर रहा है | संविदाकर्मी शर्मा को 2008 में दोस्त के नाम से चार फर्म बनाईं | 2015 बाद से इनमे ही दवाई बनाने के लिए कच्चा माल खरिदा जा रहा है | संजय दूसरी कंपनीयों के माल को घटिया देता है और अपनी मेडिकलों का माल ही पास करता है | पिछले 10 साल में करीब 60 करोड़ रुपए का कच्चा माल इन मेडिकल से खरीदा जा चुका है | यहां बनी दवाइयां ही आयुष विभाग के 40 फीसदी अस्पतालों में सप्लाई होती है |
खरीदी प्रक्रिया में हो रहे भेदभाव को लेकर कई बार शिकायतें हुईं , लेकिन अफसरों ने आज तक इसकी निष्पक्ष जांच नहीं की | हर बार जांच का जिम्मा यहीं के अधिकारियों – कर्मचारियों को दे दिया जाता है| इस कारण कई वर्षों से ये खेल जारी है | इधर , संजय शर्मा ने पत्नी – दोस्त के नाम पर बनाई इन मेडिकलों का इस्तेमाल टैक्स चोरी और अन्य हेराफेरी में भी किया | जब कागजों में एक मेडिकल से खरीदी अधिक दिखने लगती है तो फिर दूसरी मेडिकल से कच्चा माल सप्लाई करना शुरू कर दिया जाता है | संजय ने मेडिकल बनाने में भी खेल किया है | तीन मेडिकल तो ऐसी हैं जिनका पता एक ही है | यहां एक इमारत पर ही दो मेडिकल के बोर्ड लगा रखे हैं | चौथी मेडिकल का पता अपने दोस्त का घर बता रखा है | इधर , मंत्री से लेकर ज़िम्मेदारी अफसर तक इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हें |
ये चार फर्म आर्यन फार्मेसी- पता खसरा नंबर 162&163 ग्राम बोरदा ,कोलार रोड च्यवन हर्बल – पता – खसरा नंबर 162&163 ग्राम बोरदा , कोलार रोड जीवन कल्प पता – खसरा नंबर 162&163 ग्राम बोरदा , कोलार रोड जीवन कोरल फार्मेसी प्रियंका नगर रजहंस कॉलोनी (जितेंद्र का घर) तीसरी कंपनी का पता भी वही , करोड़ की खरीदारी लघु वनोपज संघ द्वारा जीवन कल्प फार्मेसी से भी कच्चा माल खरीदा जाता है | करीब एक करोड़ का कच्चा माल यहां से खरीदा जाता है | मजेदार बात यह है कि इस कंपनी का पता भी वही है ,जो संजय की पत्नी और दोस्त की मेडिकल का है |
चौथी कंपनी रहवासी इलाके में दिखाई संजय शर्मा ने एक और कारनामा किया है | इनके दावरा आयुवेर्दिक दवाएं बनाने के लिए कोरल फ़ार्मेर्सी नाम से एक मेडिकल खोली गई है | इसका लाइसेन्स नंबर MP25E/15388 है | पीटीए कोलार रोड पर प्रियंका नगर नगर दर्ज है | लोकजंग टीम जब इस पते पर पहुंची तो यहां कंपनी जैसा कुछ नहीं मिला | यह रहवासी इलाका है | पड़ताल में पता चला कि यह संजय के करीबी जितेंद्र का घर है |
कोरल , जीवन कल्प मेडीकल का लाइसेन्स औषधि निर्माण के लिए आज तक नहीं बनाई दवाइयां कोरल फ़ार्मेर्सी और जीवनकल्प फ़ार्मेर्सी को जानकारी जुटाई | इन दोनों मेडिकल ने आयुष विभाग से आयुर्वेरदिक दवाई बनाने के लिए लाइसेन्स लेकर रखे हुए हैं | लेकिन दोनों मेडिकलों ने आज तक कोई आयुर्वेर्दिक दवाई नहीं बनाई | वही इन दोनों मेडिकलों ने मेगा फूड पार्क में औषधि बनाने का कच्चा माल सप्लाई किया है |
दिलीप अहिरवार राज्य वन मंत्री , मप्र शासन – संज्ञान में नहीं जांच कराएंगे बरखेड़ा पठानी में आयुर्वेदिक दवाई के लिए खरीदे जाने वाले कच्चे माल की जानकारी नहीं है | यदि इसमें सालों से भ्रष्टाचार हो रहा है तो इसकी जांच कराएंगे | वहीं दोषियों पर सख्त कार्रवाई भी करेंगे | अपर मुख्य सचिव बोले एमडी से ही बात करो वन विभाग के अपर मुख्य सचिव व लघु वनोपज़ संघ के प्रशासक अशोक बर्णवाल भी इस भ्रष्टाचार पर कोइ जवाब नहीं दे रहे हैं | उन्होंने लोकजंग टीम से भी कहा की इस मामले में लघु वनोपज संघ के एमडी विभाष सिंह ठाकुर से ही बात करें | इसके बाद एमडी से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने भी जवाब देना उचित नहीं समझा |