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एम्स मे एंटी रेबीज का टोटा बाहर से लाने को मजबूर मरीज


भोपाल ( कशिश मालवीय )प्रदेश में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी बरकरार है | एम्स और हमीदिया अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन की उपलब्धता शून्य बताई जा रही है | हालांकि जिला अस्पताल जेपी में 400 इंजेक्शन उपलब्ध हैं ,  एम्स में आने वाले मरीजों को बाहर से इंजेक्शन खरीदकर लाने के लिए कहा जा रहा है |

यह स्थिति तब है जब प्रदेश के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में अब एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध हैं | अभी तक इसकी उपलब्धता जिला और सिविल अस्पतालों में ही थी | अब सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी ये इंजेक्शन मिलना शुरू हो जाए हैं , हालांकि अभी भी अधिकांश भीड़ सीधे जिला अस्पताल जेपी ही आ रही है | दरअसल प्रदेश में डॉग बाइट के हर दिन 30 से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं , इस बीच , अकेले जेपी अस्पताल में एक दिन में करीब 100 से ज्यादा लोगों को डॉग बाइट पर एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया जा रहा है इनमे भी सबसे ज्यादा शिकार ग्रामीण क्षेत्रों के लोग हो रहे हैं | लेकिन वे भी शहरी क्षेत्र में आ रहे हैं , प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एंटी रेबीज इंजेक्शन की उपलब्धता नहीं होने से अक्सर लोगों को परेशान होना पड़ता हैं | बता दें कि डॉग बाइट पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है , इसके बाद से प्रदेश में इंजेक्शन की उपलब्धता सहित अन्य इमरजेंसी ड्रग की उपलब्धता पर बातचीत हो रही है | अब सरकारी अस्पतालों में पांच की जगह चार इंजेक्शन ही लगाए जाते हैं , ये पहले दिन , तीसरे दिन , 14 वें दिन और 28 वें दिन लगाए जाते हैं |

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