भोपाल : 18/02/2025 : गौरतलब है कि नवंबर 2024 में निगम की एचएफए शाखा ने शहर को झुग्गी मुक्त बनाने के लिए सर्वे एजेंसी नियुक्त करने का निर्णय लिया | एजेंसी चुनने के लिए टेंडर जारी किया गया जिसमें चार कंपनियों ने भाग लिया | इनमें से एक कंपनी स्वंय सिद्धा तकनीकी मूल्यांकन में अयोग्य पाई गई | जनवरी में तकनीकी परामर्श समिति ने इनकी फाइनेंशियल बिड ओपन करने की सिफ़ारिश की | इस दौरान समिति के सदस्य अपर आयुक्त गुणवंत सेवतकर ने नोटशीट पर टीप लिखकर कहा कि वैपकॉस कंपनी को अलग अलग संस्थाओं ने ब्लैक लिस्टेड कर दिया है | इसलिए नया टेंडर करना उचित होगा, लेकिन एचएफए के अफसरों ने यह नोटशीट लगाकर फाइल को आगे बढ़ा दिया | अफसरों की ऐसी कार्यप्रणाली पूरी तरह ब्लैकलिस्टेड कंपनी को फायदा पहुंचाने वाली है | निगम के मूल्यांकन में पहले नंबर पर वैपकॉस लिमिटेड का नाम है | जिसे पहले मप्र के विभिन्न जिलों में मैनपावर सप्लाई में अनियमितताओं को लेकर मार्च 2023 में ब्लैकलिस्टेड किया गया | बाद में बिहार सरकार ने अप्रैल 2023 में जलशक्ति मंत्रालय से जुड़े कार्यों में अनियमितता के चलते दो साल के लिए ब्लैक लिस्टेड किया था | निगम अपर आयुक्त वित्त ने इसी तरह कई अन्य विभागों द्वारा कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किए जाने के कारण नए टेंडर जारी करने की सलाह दी थी | गुणवंत सेवतकर का तर्क है कि मैं तो नोटशीट जारी कर चुका हूँ कि जो कंपनी ब्लैक लिस्टेड है उसे काम नहीं दिया जा सकता | नए टेंडर जारी करने के लिए भी कहा है, कोई यदि मेरी टीप वाली नोटशीट हटाकर फाइल आगे बढ़ा रहा है तो यह गलत है | इधर हाउसिंग फॉर ऑल शाखा के एई शुभम वर्मा का कहना है कि आप जिस नोटशीट की बात कर रहे हैं उसमें मैंने साइन नहीं किए | हालांकि, जिस कंपनी की आप बात कर रहे हैं वह पूर्व में जरूर ब्लैकलिस्टेड थी, लेकिन बाद में उसे ब्लैक लिस्ट से हटा दिया गया था | कंपनी ने इससे संबंधित दस्तावेज़ भी दिखाए हैं | निगम अपर आयुक्त टीना यादव का कहना है कि उक्त टेंडर के तहत किसे काम मिलेगा किसे नहीं ? इसका अभी नहीं हुआ है | किसी ने यदि अपर आयुक्त वित्त द्वारा लिखी टीप वाली नोटशीट बदल दी है तो इसे चैक कराकर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी |
