भोपाल : 25/10/2024 : मप्र में गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद लोगों की 5 रु. की थाली भी चोरी हो रही है, दीनदयाल रसोई योजना के तहत एक मोबाइल नंबर का 3 महीने में 150 बार तक रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है | इससे सरकारी अनुदान का गलत लाभ उठाने की कोशिश की जा रही है | भोपाल में 8 रसोई केंद्र हैं, एक केंद्र पर रोज 800 से 900 लोगों का रजिस्ट्रेशन है, हकीकत में अधिकतम संख्या 600 से 700 होती है | यानी एक स्टाल पर औसतन 100 थालियों का फर्जीवाड़ा हो रहा है | यही हाल सभी 8 केन्द्रों का है | यानि हर दिन 800 थालियां ज़्यादा दिखाकर करोड़ों रु. का घोटाला हो रहा है | प्रदेश में ऐसे 191 केंद्र हैं, ये केंद्र सालभर में 310 दिन संचालित होते हैं | हर केंद्र पर रोज 100 थालियों का फर्जीवाड़ा मानें तो एक साल में 59 लाख थालियों का फर्जीवाड़ा कर 10 रु. अनुदान के हिसाब से सालभर में 5.92 करोड़ रु. का घोटाला हो रहा है | यहां किसी व्यक्ति ने एक बार खाना खाया तो उसके मोबाइल नंबर को 150 बार तक उपयोग कर सरकार से 10 रु. थाली की दर से मिलने वाला अनुदान प्राप्त किया गया है | जिनके नंबर का उपयोग किया जा रहा है उन्हें इसकी भनक तक नहीं, सिर्फ भोपाल में ऐसे 3 महीने में 35 हज़ार से अधिक मोबाइल नंबर मिले, जिन्हें फर्जी तरीके से बार-बार उपयोग कर करोड़ों रु. का फर्जीवाड़ा किया गया है |
Home / नगर निगम / दीनदयाल रसोई योजना में सालभर में 59 लाख थालियों का फर्जीवाड़ा कर सरकार को लगाया करोड़ों रु. का चूना
Check Also
रेहड़ी माफिया पर कार्यवाही से पीछे हटे जिम्मेदार, माफिया के गुर्गों का दावा है कि पार्षद से लेकर महापौर कमिश्नर तक जाता है वसूली में से हिस्सा |
🔊 पोस्ट को सुनें भोपाल : 16/08/2024 : रेहड़ी लगाने वाले ग़रीबों की कमाई से …