रायसेन/ नर्मदापुरम : 24/12/2024 : प्रदेश के हर जिले में बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के वादे किए जा रहे हैं | रोजगार मंत्री गौतम टेटवाल ने पिछले एक साल में प्रदेशभर में रोजगार मेलो के माध्यम से 58 हज़ार युवाओं को निजी कंपनियों में नौकरी देने के दावे किए लेकिन हकीकत कुछ और ही निकली | निजी कंपनियों ने जिन 686 बेरोजगारों को नौकरी के लिए चयनीत करने का दावा किया, उन सभी युवाओं में से एक को भी नौकरी नहीं मिली | जब ये बेरोजगार उन कंपनियों में पहुंचे तो इन्हें ऐसी शर्ते बता दीं कि जिससे वह खुद नौकरी से इंकार कर दें, युवाओं से ट्रेनिंग के नाम पर 10 हज़ार रु. मांगे गए | किसी को ऑफिस वर्क का वादा किया और लेबर का काम देने की बात कही गई | मेले में जो सैलरी बताई वह बाद में आधी ही देने की बात कही गई | युवाओं के पास चयन के बाद कॉल ही नहीं आया, जबकि कहा गया था कि आपका चयन हो गया है कॉल आएगा आपके पास | युवाओं ने कहा कि नौकरी का वादा करके एजेंट बना रहे थे | इस संबंध में जब 596 युवाओं से बात की गई तो स्पष्ट हुआ कि एक को भी नौकरी नहीं मिली | यानी बेरोजगार मेले में जाकर महज अपना समय बर्बाद करना है, जो युवा सुबह से रोजगार मेले पहुँचकर धक्का मुक्की के बीच लंबी लंबी कतारों में लगकर रोजगार की तलाश में निकलते हैं उन्हें ही जब नौकरी नहीं मिलती तो यह कहना गलत नहीं होगा कि सरकार के वादे झूठे साबित हो रहे हैं |
