भोपाल : 05/02/2025 : गली मोहल्लों में चल रहे अस्पतालों के पास न ही पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर है और न ही योग्य डॉक्टर जो आयुष्मान योजना के तहत इलाज कराने के बाद भी मरीजों से अतिरिक पैसा वसूलते हैं | जहां मरीजों को संतुष्टि कम और शिकायतें अधिक हैं ऐसे अस्पतालों में जहां आयुष्मान योजना के तहत कई गड़बड़ियाँ पकड़ में आई हैं कई ऐसे अस्पताल हैं जो बिना इलाज कराए ही फर्जी बिल लगाकर क्लेम पास करा रहे हैं | प्रदेश में ऐसे 1 हज़ार से अधिक अस्पतालों व भोपाल जिल के 200 अस्पतालों की नए सिरे से जांच होगी | सरकार इसके लिए नई स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) तैयार कर रही है | इसके तहत सभी अस्पतालों की स्क्रीनिंग होगी | जिनके पास आवश्यक सुविधाएं और विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है उन अस्पतालों की मान्यता रद्द कर दी जाएगी | राज्य स्वास्थ्य एजेंसी भौतिक जांच के लिए अस्पतालों की इन्फ्रास्ट्रक्चर, इलाज की गुणवत्ता और मरीजों की संतुष्टि को परखेगी | राज्यभर के सभी इंपैनल्ड अस्पतालों की जांच होगी | गली-मोहल्लों में चलने वाले गैर-मानक अस्पतालों की मान्यता रद्द की जा सकती है | मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ देने वाले अस्पतालों को प्राथमिकता दी जाएगी | एसओपी के आधार पर अस्पतालों की पात्रता तय होगी, गड़बड़ी करने वाले अस्पतालों की संबद्धता रद्द की जाएगी | फर्जी बिलिंग में लिप्त पाए गए अस्पतालों पर कानूनी कार्यवाही होगी | अस्पतालों की रैकिंग बनाई जाएगी, जिससे अच्छे अस्पतालों को फायदा मिलेगा और खराब अस्पतालों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी |
