भोपाल : 07/03/2025 : धान उपार्जन में करोड़ों रु. का घोटाला सामने आया है यह घोटाला सुनियोजित तरीके से किया गया है | आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की 25 टीमों ने इस मामले में 12 जिलों में 150 उपार्जन समितियों और 140 वेयरहाउस पर छापा मारा | छापामारी के दौरान उजागर हुआ कि 19 क्विंटल से अधिक धान की गड़बड़ी की गई है, जिससे सरकार को करीब 5 करोड़ रु. के नुकसान का अनुमान है | दरअसल, किसानों के नाम पर फर्जी रजिस्ट्रेशन कर बिना धान खरीदे ही ई-उपार्जन पोर्टल पर धान की प्रविष्टि कर दी जाती थी, इसके बाद ट्रांसपोर्ट और वेयरहाउस में धान की हेराफेरी कर फर्जी रिकॉर्ड तैयार किया जाता था, ताकि भुगतान लिया जा सके | इस घोटाले में ट्रांसपोर्ट कंपनियों, वेयरहाउस और राइस मिलों की भूमिका भी सामने आई है | इधर, सतना के कनक वेयरहाउस में धान की जगह 535 क्विंटल भूसा मिला, यहाँ सेवा सहकारी समिति पिंडरा और सेवा सहकारी समिति हिरोंदी ने धान का भंडारण किया था | संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही तेज कर दी गई है | प्रदेशभर की कई उपार्जन समितियों में अनियामित्ताएं सामने आई हैं, जिनमें 79 से अधिक पदाधिकारियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जा रही है | ईओडब्ल्यू की टीमें घोटाले की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं, आगे भी बड़े खुलासे हो सकते हैं |
