भोपाल (कशिश मालवीय) बरकतउल्ला विश्वविद्दालय ( बीयू ) में अब एक और बड़ा मामला सामने आया है | बीयू प्रबंधन पर आईटी के 32 छात्रों को एक विषय में जानबूझकर फेल करने का आरोप लगा है | इसका खुलसा तब हुआ , जब फेल छात्रों ने सूचना का अधिकार ( आरटीआई ) के तहत कॉपी निकलवा लीं | इसमें पता चला कि कॉपी चेक नहीं की गई हैं | जबकि इससे पहले विद्दर्थी के रिवैलुएशन में एक से 3 नंबर तक बढ़ाए गए थे | इसके बाद भी दोबारा कॉपी चेक नहीं की गई |
विवादों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है | प्रबंधन एक और तो विद्दर्थीयों से फीस वसूलकर उन्हें पढ़ने और स्पोटर्स के इक्विपमेंट नहीं दे पा रहा है | दूसरी और देरी से परीक्षाएं कराने और परीक्षाओं के रिजल्ट घोषित करने में भी देरी कर रहा है |
पूरा मामला बीयू कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग का है | यहां आईटी के 116 विद्दर्थी ने तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा जनवरी और फरवरी में थी | इसमें 2 छात्र एक विषय डेटा बेस मैनेजमेंट ईएनटी सिस्टम में फेल हो गए अप्रैल में रिजल्ट के बाद कुछ ने आपत्ति जताई , तो विभागाध्यक्ष ने रिवैलुएश्न कराने की सलाह दी | इसके बाद भी कुछ छात्रों ने आरटीआई से कॉपी बुलाने के लिए आवेदन किया | छात्रों का कहना है दो महीने तक उन्हें चक्कर कटवाए और कहा गया कि कॉपी विवि में नहीं हैं | तीन महीने बाद उन्हें कॉपी मिली तो पता चला कि कॉपी चेक ही नहीं की गई हैं | अब विवि प्रबंधन दोबारा कॉपियों की जांच कराने की बात कह रहा है |