भोपाल : 27/12/2024 : प्रदेश में धान की खरीदी 2 दिसंबर से 20 जनवरी तक होनी है, जिसके लिए खाद्द विभाग द्वारा प्रदेशभर में 1412 खरीदी केंद्र बनाने के आदेश दरकिनार कर बेपरवाह अफसर धान खरीदी का लगभग आधा समय गुजर जाने के बाद भी सभी केंद्र नहीं खोल पाए हैं | गौरतलब है कि 1125 केंद्र ही अब तक खोले गए हैं, तय संख्या के मुताबिक खरीदी केंद्र नहीं खुल पाए हैं | नतीजा किसानों को फसल बेचने के लिए लंबी दूरी तय करना पड़ रही है, जिससे किसानों पर प्रति क्विंटल 50 से 100 रु. अतिरिक्त का भार पड़ रहा है | जैसे-तैसे किसान अपनी फसल लेकर खरीदी केंद्र पहुँच भी जाएँ तो केंद्र में इतनी भीड़ हो रही है कि किसानों को केंद्र के बाहर खुले में ही 2 से 3 दिन तक इंतज़ार करना पड़ता है | ऐसे में किसान कड़ाके की ठंड में रात रातभर जागकर अपनी फसल की देखभाल करते हैं | वहीं केन्द्रों पर जिन किसानों की जान पहचान है वे तो अपनी फसल बेचकर जल्दी निकल जाते हैं | किसानों का आरोप है कि केंद्र पर बैठे लोगों को यदि चाय नाश्ते की व्यवस्था करा दी जाए तो भी काम आसानी से हो जाता है | मतलब जनता तक अन्न पहुँचाने वाला किसान ही आज परेशानियों से गुजर रहा है | पहले किसान खाद के लिए भटके, रात दिन सोसायटियों में खड़े रहकर खाद के लिए इंतज़ार किया | उसके बाद नहरों के माध्यम से मिलने वाले पानी के लिए परेशान हुए, क्योंकि मेंटेनेंस न होने के कारण नहरों से सैंकड़ों हेक्टेयर खेतों में पानी ही नहीं पहुँच पाया | और अब उनके सामने फसल बेचना एक चुनौती बनी हुई है | लेकिन प्रदेश सरकार किसानों को हो रही परेशानी से पूरी तरह बेखबर है |