भोपाल : 27/01/2025 : नवाब हमीदुल्लाह खां की 1500 करोड़ रु की वक्फ संपत्तियां भी अब शत्रु संपत्ति के दायरे में आ सकती हैं | नवाब ने अपनी कई निजी सम्पत्तियों को औकाफ -ए -शाही घोषित किया था | इनमें भोपाल की जामा मस्जिद, लंगर खाना, मक्का मदीना की रुबात, बाग उमराव दूल्हा, साजिदा नगर, शहीद नगर, बड़ा बाग, आरिफ़ नगर, कोहेफिजा सहित 17 मस्जिदें और सैंकड़ों एकड़ जमीन शामिल हैं | केंद्रीय गृह मंत्रालय की शत्रु संपत्ति कार्यालय की टीम, खुफिया विभाग के साथ भोपाल पहुँचकर इन संपत्तियों का मूल्यांकन कर रही है | दो दिन पहले केंद्रीय टीम के अधिकारियों ने अब तक की प्रतिक्रियाओं और समिति के पास मौजूद दस्तावेजों की जानकारी ली, उन्हें संदेह है कि औकाफ़-ए-शाही संपत्तियों के प्रबंधन में अनियमितता हो सकती है | जांच चल रही है कि नवाब द्वारा बनाई गई निजी संपत्तियां वक्फ औकाफ़-ए-शाही के तहत कैसे प्रबंधित की गईं | साथ ही किराएदारों और वर्तमान कब्जों की स्थिति का भी आकलन किया जा रहा है | भारत में स्थित वक्फ संपत्तियों में से करीब 90% भूमि पर अतिक्रमण हो चुका है | भू-माफियाओं ने फर्जी हिबा नामों (दानपत्र) के आधार पर इनकी अवैध खरीद-फरोख्त की है | घर बचाओ संघर्ष समिति ने शत्रु संपत्ति कार्यालय मुंबई को पत्र भेजकर यह स्पष्ट करने की मांग की है कि अगर नवाब की वक्फ संपत्तियां शत्रु संपत्ति के तहत आती हैं, तो दुकानदारों से किराया वसूली को रोका जाए | पत्र में अनुरोध किया गया कि दुकानदारों को किराया किसके खाते में जमा करना चाहिए यदि हस्तांतरण संभव है तो दुकानदार लीज या बिक्री पर तैयार हैं | 15 हज़ार करोड़ की संपत्ति इस वक्फ संपत्ति से अलग है, इसमें उस संपत्ति को शामिल किया गया था जो नवाब ने अपने वारिसों के लिए छोड़ी थी | स्टे हटने के बाद इसे शत्रु संपत्ति घोषित किया गया है |
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