/पटना : 26/6/2024 : नीट-यूजी पेपर लीक और गड़बड़ी मामले में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉ. एहसानउल हक के खुलासे से प्रश्नपत्र का ट्रांसपोर्टेशन सवालों के घेरे में है | दरअसल, नीट-यूजी के पेपर के बक्से दिल्ली से रांची हवाई जहाज से पहुंचे, फिर इन्हें रांची से हजारीबाग ब्लू डार्ट कूरियर ऑफिस नूतन नगर तक सामान्य ट्रक में लाया गया | बक्से सीधे हजारीबाग स्थित एसबीआई की ब्रांच में पहुँचने थे, लेकिन ट्रक वाले ने इन्हें कूरियर कंपनी के ऑफिस के बाहर छोड़ दिया | यहीं बक्से खुलने और पेपर लीक होने का शक है | क्योंकि जिस दफ्तर से पेपर लीक होने का शक है वहां ताला लगा हुआ है, और वहां का संचालक पवन और कर्मी फरार हैं | इनकी भूमिका संदेह के घेरे में है | बिहार पुलिस की जांच रिपोर्ट के अनुसार ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल ऑब्जर्वर केंद्राधीक्षक आदि पर भी संदेह जताया जा रहा है | जांच रिपोर्ट कहती है कि प्रश्नपत्र के ट्रांसपोर्टेशन, रख रखाव और रिसीविंग में लापरवाही बरती गई है | प्रश्नपत्र का ट्रंक और लिफाफा ओएसिस स्कूल में खुला, लेकिन किसी ने यह नहीं देखा कि लिफाफे का निचला हिस्सा बारीक रूप से क्षतिग्रस्त है | जबकि प्रश्नपत्र निकालने के बाद मेमोरेंडम बनता है | उस पर जिन लोगों के सामने प्रश्नपत्र निकाला गया उनके हस्ताक्षर होते हैं | स्कूल के स्तर पर गड़बड़ी से इंकार नहीं किया जा सकता | 8 जुलाई को पेपर लीक मामले में सुनवाई होनी है, ईओयू यहां अपने साक्ष्य पेश कर सकता है |